राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP): नई सोच
तारिख व समय - शनिवार ५ सितम्बर, २०२० शाम ७-८ बजे
नमस्कार। हमारे पिछले कार्यक्रम में हमने कहा था की Webinar के माध्यम से हम समकालीन विषयों पे अल्पावधि सूचना से कार्यक्रम कर सकते हैं। मुख्यधारा के माध्यमों को देख यह सम्भ्रम होता है की शायद देश में कोविद-१९ व आर्थिक समस्याएं खत्म हो गई हैं और सकारात्मक विषयों पे टिपण्णी या विचार-विमर्श करना उनके लिए आकर्षक नहीं हैं। इस दौरान एक विषय हमारे सामने आया है: राष्ट्रीय शिक्षा नीति। और ऐसे ही महत्त्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने हेतु प्रबोधन मंच पारले स्थापन हुआ था।
भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पिछला version / संस्करण १९९२ में घोषित हुआ परन्तु उसे १९८६ के संस्करण का पुनर्लेखन माना जाता है. २०१७ में कस्तूरीरंगन जी की अध्यक्षता में नयी NEP बनाने हेतु समिति गठित हुई। कमिटी ने २०१९ में उसका draft पेश किया और इस साल ३१ जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उसे स्वीकृति दी। अगर हम यह मानते हैं की देश और समाज की नीव बच्चों और युवाओं पर रखी जाती है, तो हमने दो पीढ़ियों तक उसी नीव को ढालने वाली शिक्षा नीति में कोई बदलाव नहीं किया। और इसीलिए आज शिक्षक दिन के शुभ अवसर पे हम इस विषय पर चर्चा करने वाले हैं।
National Education Policy (NEP) की विस्तृत जानकारी देने हमसे जुड़ने वाले हैं - प्राध्यापक मिलिंद मराठे जी । VJTI मुंबई से ME करने वाले मिलिंदजी, छात्रावस्था से ही सामाजिक कार्य में जुड़े हुए हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सबसे लम्बे समय तक सेवारत रहने वाले वह अध्यक्ष (२००९-२०१५) हैं। एक प्राध्यापक और अभ्यासक के नाते उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अध्ययन और कई जगह चर्चा भी की है।
Here's is the Webinar Video: